‘शांतता, पुणेकर वाचत आहेत'! पुस्तक महोत्सव से पहले अनूठी पहल ने शहर भर में बढाया पढ़ने का उत्साह

इस साहित्यिक उत्सव का मंच तैयार करने के लिए एक अनूठी पहल की गई है । पुणेकर अपने व्यस्त दिन से एक घंटा "पढ़ने" के लिए समर्पित करें, इसके लिए "शांतता, पुणेकर वाचत आहेत" (शांति...पुणे के लोग पढ़ रहे हैं) नामक एक अनोखा उपक्रम शुरू किया जा रहा है।

NewsBharati    09-Dec-2023 13:17:59 PM
Total Views |
 
 
पुणे, 7 दिसंबर, 2023: महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी पुणे एक अलौकिक उत्सव का बेसब्री से इंतजार कर रहा है । नौ दिवसीय “पुणे बुक फेस्टिवल 2023” के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है। इस साहित्यिक उत्सव का मंच तैयार करने के लिए एक अनूठी पहल की गई है । पुणेकर अपने व्यस्त दिन से एक घंटा "पढ़ने" के लिए समर्पित करें, इस के लिए, "शांतता, पुणेकर वाचत आहेत" (शांति...पुणे के लोग पढ़ रहे हैं) नामक एक अनोखा उपक्रम शुरू किया जा रहा है।
 

pune book festival 


तो इस एक घंटे के लिए, पूरा शहर मौन हो जाएगा और अपनी कहानियाँ पढ़ेगा....एक साथ, एक ही समय.....शहर का जज़्बा बौद्धिक तरीके से निर्मित होगा।

कब?


गुरुवार, 14 दिसंबर को दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक निर्धारित यह विशिष्ट अवधि पुणेवासियों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रही है । आप चाहे कहीं भी हों, इसमें भाग ले सकते हैं ।
 

हमें क्यों भाग लेना चाहिए?

 
साहित्य के प्रति प्रेम को बढ़ावा देने के लिए इस पहल को प्रभावशाली 5,000 संगठनों से समर्थन मिला है । यह पढ़ने के आनंद को बढ़ावा देने की हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
 
मिशन स्पष्ट है - चाहे आप घर पर हों, कार्यालय में, या सार्वजनिक स्थान पर, पुणेवासियों से आग्रह किया जा रहा है कि दैनिक जीवन को समृद्ध बनाने वाली पुस्तकों के लिए एक घंटा समर्पित करें ।
 
"शांतता, पुणेकर वाचत आहेत" ये पहल शहरभर के सभी आयु समूहों में पढ़ने की संस्कृति को विकसित करने का एक सराहनीय प्रयास है। हजारों प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद के साथ, पुणे 14 दिसंबर से 24 दिसंबर तक 'पुणे बुक फेस्टिवल 2023' का आनंद उठाने के लिए तैयार है। किताबों और कहानियों की आकर्षक दुनिया में डूबने के लिए पुणेवासी आतुर हैं ।
 
तो, पुणेवासियों, अब समय आ गया है कि आप अपनी अलमारियों से धूल हटाएँ, वह किताब उठाएँ जिसे आप पढ़ना चाहते हैं, और “पुणे बुक फेस्टिवल 2023” में होने वाले साहित्यिक उत्सव में पूरे उत्साह से भाग लें।
 
"शांतता, पुणेकर वाचत आहेत" एक पहल से कहीं अधिक है। यह शब्दों और कहानियों के जादू का आनंद लेने और उसे पुनर्जीवित करने के लिए शुरू किया गया है । यह पहल “पुणे बुक फेस्टिवल 2023” में होने वाले साहित्यिक उत्सव में शामिल होने के लिए एकसामूहिक आह्वान है।